हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह शोक सभा हज़रत इमाम अली अल-नकी अल-हादी (अ) की शहादत के मौके पर क़ुम में हज़रत मूसा मुबरका की दरगाह के पास होगी, जिसमें बड़ी संख्या में अहले-बैत (अ) के मानने वाले और शोक मनाने वाले लोग शामिल होंगे।
रिपोर्ट के मुताबिक, यह प्रोग्राम आज, मंगलवार को मगरिब और ईशा की नमाज़ के बाद शुरू होगा। इस सभा को हुज्जतुल इस्लाम शुहितात संबोधित करेंगे, जबकि कर्बला से यासीन शेखज़ादे नौहा और मरसिया सुनाएंगे।
यह बताना ज़रूरी है कि हज़रत इमामज़ादा मूसा मुबरका हज़रत इमाम हादी (अ) के भाई और हज़रत इमाम मुहम्मद तकी जवाद (अ) के बेटे थे। उन्हें क़ुम के इतिहास में हदीस के महान जानकारों और कानून के जानकारों में से एक माना जाता है। वह चालीस साल की उम्र में क़ुम चले गए और अपनी ज़िंदगी के आखिर तक उसी शहर में रहे।
आज, हज़रत मूसा अल-मुबरका की पवित्र दरगाह को क़ुम में तीसरी सबसे बड़ा तीर्थ स्थल माना जाता है, जहाँ ईरान, खासकर भारत और पाकिस्तान समेत दुनिया के अलग-अलग देशों से हज़ारों तीर्थयात्री आते हैं।
आपकी टिप्पणी